नहीं, जितनी मुझे जानकारी है उस हिसाब से शूद्र, मलेच्छी, गुलाम और नीच ये चारो का अर्थ अलग अलग है। इस ब्लॉग को सिर्फ सकारात्मक रूप से ले। इससे समाज और देश दोनों को फायदा होगा क्युकी आप लोगो को आसानी से पहचान सकते है। ऐसा कौन होगा जो चाहेगा उसका बच्चा बलात्कारी बने? तो चलिए खोलते है आपके ज्ञान चक्षु प्रेम के साथ -शूद्र का अर्थ - इसकी व्युत्पत्ति होगी-‘शु द्रवतीति शूद्रः’ = जो स्वामी के कहे अनुसार
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